7.11.16

दिल का किराया

शबे ग़म ऐसे बिताया कीजे
जो रोना आये तो गाया कीजे

सरे राह दोस्त बना करके फिर
हाले दिल उसको सुनाया कीजे

खालीपन दिल को सताए जब कभी
कम ज़रा दिल का किराया कीजे

याके फिर खाली दिल के भरने को
आंसू पी पी के ग़म खाया कीजे

मन्नू नाकामियों के किस्सों से
वक़्त महफ़िल का ना जाया कीजे


***

गहरे पानी में पैठ जाया करो
दिल जो भारी हो बैठ जाया करो
हाँ तुम्हें लाख जलाये दुनिया
जल के रस्सी से ऐंठ जाया करो

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