31.3.14

पैसा

8 वर्षीय मृत्युञ्जय भट्ट की ताज़ा कविता :


ओ पैसा
कोई न तेरे जैसा
खाना पीना तेरे बल
तू आज़ नहीं तो कुछ नहीं कल
कौन जी सकता ऐसे
बिन पैसे
कौन, कौन, कौन
न तो मैं और न डॉन
न सलमान या डोरेमॉन
तो कौन, कौन, कौन
पैसा
कोई नहीं तेरे जैसा 

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