The willful notions adrift in the endless sentient sea. The fisherman- me.
हमारी बात से हुज़्ज़त उन्हें है हैं जिनके तरकशों के कारखाने
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ज़मीं को ही नहीं वो दिल को भी कर देती है नम कि मेरे मुल्क की बारिश बड़ी ही अलहदा है
ज़मीं ताउम्र न तरसे शायद इस दफा मेह यूँ बरसे शायद
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